पश्चिमी विक्षोभ का असर और बर्फबारी का इंतजार खत्म
उत्तर भारत के पहाड़ों पर लंबे समय से बर्फबारी का इंतजार कर रहे लोगों और किसानों के लिए राहत की खबर है। मौसम विभाग और ‘मौसम तक’ चैनल के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय हो रहा है, जिससे पहाड़ों पर बर्फबारी की तीव्रता और बारंबारता (Frequency) बढ़ने वाली है। २९ दिसंबर से ३१ दिसंबर के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में हिमपात की संभावना प्रबल है। इसका सीधा असर मैदानी राज्यों के तापमान पर पड़ेगा, जिससे जनवरी की शुरुआत कड़ाके की ठंड और शीतलहर के साथ होने की आशंका जताई जा रही है।
मैदानी राज्यों में घने कोहरे और शीतलहर का ‘ऑरेंज अलर्ट’
पंजाब से लेकर बिहार तक के मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे का प्रकोप बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है, जो आने वाले समय में ‘रेड अलर्ट’ में भी बदल सकता है। बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी वाली हवाओं के कारण कोहरा और अधिक घना (Condense) हो रहा है, जिससे धूप का असर कम होगा और ‘कोल्ड डे’ (Cold Day) जैसी स्थिति बनी रहेगी। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में न्यूनतम तापमान ४ डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे जाने की संभावना है, जिसे तकनीकी रूप से ‘शीतलहर’ (Cold Wave) कहा जाता है।


















