सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ों का हाल
पहाड़ों पर पिछले 24 घंटों से बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो चुका है, जो आने वाले दिनों में और अधिक तीव्र होने वाला है। स्कायमेट वेदर के अनुसार, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है और उसके ठीक पीछे एक दूसरा शक्तिशाली विक्षोभ 30 दिसंबर को उत्तर भारत में दस्तक देगा। इसके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी की संभावना है। उत्तराखंड के केदारनाथ, बद्रीनाथ और उत्तरकाशी जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी अच्छी बर्फबारी देखी जाएगी। हालांकि, शिमला, कुफरी और मसूरी जैसे पर्यटन स्थलों पर लाइव बर्फबारी के लिए जनवरी के दूसरे हफ्ते तक इंतजार करना पड़ सकता है।
दिल्ली-एनसीआर और मैदानी राज्यों में कोहरे का सितम
मैदानी इलाकों में ठंड और कोहरे का दोहरा मार पड़ने वाला है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अगले तीन-चार दिनों तक घना कोहरा छाया रहेगा, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर ‘बेहद गंभीर’ श्रेणी में जा सकता है क्योंकि हवा की रफ्तार कम होने वाली है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर और पूर्वी जिलों में विजिबिलिटी बहुत कम रहने की आशंका है। इसके साथ ही बिहार में ‘कोल्ड डे’ की स्थिति बनी रहेगी, जहाँ सूर्य की रोशनी कम मिलने से दिन के समय भी कड़ाके की ठंड महसूस होगी।





