PM आवास योजना 2026: अब इन लोगों को भी मिलेगा पक्का घर, पात्रता नियमों में हुआ बड़ा बदलाव
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब उन गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए अच्छी खबर है, जो पहले कुछ कड़े नियमों के कारण घर पाने से वंचित रह गए थे। सरकार ने घोषणा की है कि प्रत्येक बेघर व्यक्ति को पक्का मकान देने के संकल्प को पूरा करने के लिए पात्रता के पुराने मानदंडों को उदार बनाया गया है। अब नए सर्वे के आधार पर पात्र लाभार्थियों की सूची तैयार की जा रही है, जिससे कोई भी जरूरतमंद झुग्गी-झोपड़ी में रहने को मजबूर न हो।
पात्रता के सबसे महत्वपूर्ण बदलावों में अब आय सीमा को बढ़ा दिया गया है। अब 15,000 रुपये तक की मासिक आमदनी वाले परिवारों को भी इस योजना का लाभ मिल सकेगा। इसके साथ ही, पहले एक नियम था कि यदि किसी के पास दोपहिया वाहन यानी मोटरसाइकिल है, तो वह आवास योजना के लिए अपात्र माना जाता था। सरकार ने इस विसंगति को दूर करते हुए अब स्पष्ट किया है कि मोटरसाइकिल होने के बावजूद गरीब परिवार को पक्का मकान दिया जाएगा, क्योंकि आज के समय में यह मजदूरी या काम पर जाने के लिए एक आवश्यकता बन चुकी है।
मोबाइल फोन को लेकर भी नियमों में बड़ी राहत दी गई है। पहले के सर्वेक्षण नियमों के अनुसार, फोन रखने वाले व्यक्ति को योजना से बाहर रखा जाता था, लेकिन अब इस शर्त को पूरी तरह हटा दिया गया है। सरकार का मानना है कि वर्तमान युग में फोन होना एक सामान्य बात है और इसके आधार पर किसी गरीब का घर का सपना नहीं छीना जाना चाहिए। इसलिए अब फोन रखने वाले लाभार्थी भी बिना किसी बाधा के आवेदन कर सकेंगे।
किसानों के लिए भी इस योजना के दरवाजे अब और अधिक खुल गए हैं। नए नियमों के मुताबिक, जिन किसान भाइयों के पास 5 एकड़ तक असिंचित (सूखी) जमीन है या ढाई एकड़ तक सिंचित (बागायती) जमीन है, वे भी प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्र होंगे। इस निर्णय से ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे और सीमांत किसानों को बहुत बड़ा सहारा मिलेगा।
अंत में, सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि वंचित रह गए लोगों का सर्वे पूरा हो चुका है। जैसे ही राज्य सरकारों और ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा प्रमाणित सूची भेजी जाएगी, मकानों के निर्माण और आवंटन का काम तेजी से शुरू कर दिया जाएगा। सरकार का लक्ष्य ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करते हुए हर गरीब को सिर पर छत प्रदान करना है।